राज्यपाल के अभिभाषण के बीच यूपी विधान भवन की गुल हो गई बिजली, तीन अभियंता निलंबित; एक की सेवा समाप्त
राज्यपाल के अभिभाषण के बीच यूपी विधान भवन की गुल हो गई बिजली, तीन अभियंता निलंबित; एक की सेवा समाप्त
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) विधानसभा में आज से बजट सत्र (Budget Session) शुरू हो गया है. बजट सत्र की शुरूआत राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के अभिभाषण से हुई, लेकिन इस दौरान अचानक विधानसभा की बिजली गुल (Electricity Failure) हो गई. इस मामले में अब प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए अधिशासी अभियंता ट्रांसमिशन (ईईटी) समेत तीन अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है. साथ ही एक अधिकारी को बर्खास्त भी किया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सस्पेंड होने वाले अधिकारियों में ईईटी संजय पासवान, उपखंड अधिकारी पुष्पेश गिरी और अवर अभियंता अमर राज शामिल हैं.
बताया जा रहा है कि सस्पेंड किए गए इंजीनियरों पर ड्यूटी के दौरान लापरवाही का आरोप लगा है. जिस समय सदन में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल का अभिभाषण चल रहा था, उसी दौरान लाइन ट्रिप कर गई, जिससे लखनऊ के कई वीवीआईपी इलाकों में बिजली गुल हो गई. कहा जा रहा है कि लाइन ट्रिप होने से विधानसभा के अंदर डेढ़ से दो मिनट तक अंधेरा हो गया था. विधानसभा के अलावा लोकभवन, बापूभवन, एनेक्सी, योजना भवन कई कार्यालयों में बिजली कट गई थी.
हंगामे के बीच चलता रहा राज्यपाल का अभिभाषण
बजट सत्र के दौरान विपक्षी दलों ने हंगामा किया. इसके बावजूद भी राज्यपाल का भाषण चलता रहा. अभिभाषण शुरू होते ही समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के कई विधायकों ने हंगामा किया. हाथ में बैनर लेकर सरकार विरोधी नारेबाजी करते विधायक वेल तक पहुंच गए थे.राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सात विधेयक और चार अध्यादेश सदन से पास कराने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही को मंलगवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया. सदन की कार्यवाही वंदेमातरम से शुरू हुई. सत्र के पहले दिन दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि भी दी गई.
31 मई तक चलेगा बजट सत्र
बता दें किउत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा का पहला बजट सत्र आज से शुरू हो गया है. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राज्य के दोनों सदनों को संबोधित किया. प्रदेश की 18वीं विधानसभा के प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार, योगी आदित्यनाथ सरकार अपने दूसरे कार्यकाल का पहला बजट 26 मई को सदन में पेश करेगी और यह सत्र 31 मई तक चलेगा. बजट सत्र की कार्यवाही ‘ई-विधान’ को अपनाने के साथ कई मायनों में ‘डिजिटल’ है.